माथेरान / Matheran
तो दोस्तों आज हम एक ऐसे पर्यटन स्थल की जानकारी लेंगे जो कि भारत देश के महाराष्ट्र राज्य में प्रसिद्ध है। उस पर्यटन स्थल का नाम है माथेरान।
माथेरान यह पर्यटन स्थल महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में हिल स्टेशन के नाम से प्रसिद्ध है। Matheran माथेरान की जनसंख्या 2011 के जनगणना अनुसार 4393 है। माथेरान का क्षेत्रफल 7 km² है। यह जगह मुंबई और पुणे के लोगों को और पर्यटकों को घूमने के लिए माथेरान यह पर सबसे नजदीक है। और तो और माथेरान देखने में बहुत ही खूबसूरत है। लगभग 803 मीटर – 2625 फीट ऊंचे पठार पर यह माथेरान स्थित है।

पूरा माथेरान विविधता के साथ-साथ घनी झाड़ियां और पहाड़ियां से भरा हुआ है। माथेरान पठार की पूर्व पश्चिम और दक्षिण भाग ढल गये है। उस ढल गये हुए भाग को विविध नाम से जाना जाता है। जो कि अंग्रेजों ने उसे नाम दिया है।
आज के इस लेख में हम कई मुद्दों के द्वारा detail में देखेंगे। नीचे दिए हुए मुद्दों के नुसार :-
- माथेरान का इतिहास – History of Matheran
- माथेरान पहाड़ कहां पर है ? – Where is Matheran mountain located?
- माथेरान के आकर्षक ठिकान – Attractive places in Matheran
- माथेरान को कैसे जाए – How to reach Matheran?
- अंतिम निष्कर्ष – final conclusion
माथेरान का इतिहास – History of Matheran
सन 1850 मे जब भारत देश पर अंग्रेजी सरकार का राज था तब मॅलेट नाम का अंग्रेज अधिकारी ठाणे जिले का कलेक्टर था। और मॅलेट एक ट्रैकर भी था। उन्होंने गांव से जब इस पहाड़ को देखा तब उसकी ओर आकर्षित हुआ क्योंकि वह स्वयं एक ट्रैकर था।
वहां पर गांव के पाटिल को लेकर पर्वत पर चढ़ा अब उस पर्वत को वन ट्री hill point के नाम से पहचाना जाता है। और पर्वत पर से उतरते वक्त रामबाग पॉइंट से नीचे उतर गया। और वह इस आकर्षण के कारण से फिर से वहां पर्वत पर गया और वहां पर उसने रहने के लिए एक घर बना लिया। और उसके पीछे-पीछे गांव में से उनके कई दोस्तों ने भी परिवार के साथ और अंग्रेजों ने भी वहां पर घर बसा लिया।
माथेरान पहाड़ी कहां पर है?
माथेरान यह एक अलग पर्वत है, जो कि सहयाद्री के मुख्य पर्वत रांगो से थोड़ी अलग है। यह पहाड़ कल्याण के मलंग किले से शुरुआत होती है। और मलंग किले को लगाकर ही पास में टवली गुफाएं और बदलापुर के डोंगर है। उसके बाद नवरानवरी का पहाड़ है।
इस पहाड़ को तुरंत ही पहचाना जा सकता है क्योंकि यहां पर छोटे-छोटे शंकु या है। उसके बाद बड़ा मतलब एक विशाल जैसा शंकु है, फिर उसके बाद म्हैसमाळ नाम का पहाड़ी है। उसके बाद नखिंद नाम का पहाड़ लगता है जो कि उस पहाड़ पर आर पार बड़ा सा एक छेद है, फिर उसके बाद पेब दिखता है। उस पेब पर कई किले के अवशेष मिलते हैं। और इसके बाद माथेरान का पहाड़ शुरू होता है।
माथेरान के आकर्षक ठिकान – Attractive places in Matheran
1. शार्लोट लेक (यहां पर तल है, और यहां पर माथेरान का पानी का प्रमुख जलाशय है।)
2. वन ट्री hill point (यहां पर कई सालो से एक पुराना पेड़ है, इसलिए इसे वन ट्री हिल प्वाइंट के नाम से पहचाना जाता है। यहीं पर से ही मॅलेट शिवाजी लैडर नाम के रास्ते पर से ही पहली बार माथेरान पर गया था।)
3. पॅनोरमा पॉईंट ( ज्यादातर लोग यहां पर सूर्योदय देखने आते हैं। और यहां पर पास में ही मंकी पॉईंट, पॉर्क्युपॉईन पॉईंट, मालडुंगा पॉईंट, हार्ट पॉईंट इत्यादि यह स्थल भी है।)
4.एको प्वाइंट (एको प्वाइंट यह लुईसा प्वाइंट से शार्लोट लेक के रास्ते में ही है। और वहां पर एक बड़ी दीवार है, जो कि वहां पर आवाज होने से प्रतिध्वनि सुनाई देती है।)
5.सनसेट पॉईंट और पॉर्क्युपॉईन (यहां पर से प्रबल गढ़ किला दिखाई देता है। )
6.लुईसा पॉईंट – Louisa Point Matheran (यह स्थल माथेरान के पश्चिम बाजू में है। )
7.दस्तुरी और माऊंटबेरी पॉईंट (यह ठिकान माथेरान की प्रवेश द्वार पर ही स्थित है। )
8.गार्बेट पॉईंट (यहां पर जाने का रास्ता बहुत ही खूबसूरत है। और इस रास्ते पर एक बाजू में घाटीयाए है, और एक बाजू में घना जंगल है।)
9.रामबाग पॉइंट
10.Alexander point
इत्यादि यहां पर और भी देखने जैसा स्थल है। वहां पर आप Visit दे सकते हो।
माथेरान को कैसे जाए?

माथेरान को आप नेरल गांव से आप रेलवे से जा सकते हो। यहां पर आपको अपनी प्राइवेट गाड़ी या वाहन ले जाने के लिए Permission नहीं है। आपको अपनी गाड़ी माऊंटबेरी पॉईंट के पास में दस्तूरी नाका है वहां पर आपको अपने वाहन और गाड़ी पार्क करना होगा। इसलिए माथेरान का पर्यावरण का सुंदरता सुरक्षित है, क्योंकि यह जगह प्रदूषण विरहित है। माथेरान लगभग दस्तूरी नाका से करीब 1.5 की.मी पर है।
माथेरान को कब जाए? Best time to visit Matheran
माथेरान की इतनी विशेषताएं देखने के बाद वहां जाने का सही समय कौन सा है यह विचार मन में आता है| हिल स्टेशन चाहे कितना भी अच्छा क्यों ना हो अगर हम सही समय पर वहां नहीं गए तो हिल स्टेशन घूमने का मजा नहीं आएगा | इसके अलावा प्राकृतिक सुंदरता हमें देखने नहीं मिलेगी | इसलिए सही समय पर हिल स्टेशन पर पहुंचना बहुत जरूरी होता है| माथेरान हिल स्टेशन पर जाने का सही समय अक्टूबर से मई के दरमियान होता है|
अंतिम निष्कर्ष :- Final conclusion about Matheran
तो दोस्तों आज हमने हिल स्टेशन माथेरान के बारे में जानने का प्रयास किया। Matheran यह जगह बहुत ही खूबसूरत है, आप एक बार अवश्य भेट दीजिए। तो अगर आपको और किसी जगह की जानकारी चाहिए हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स (Comment Box) में बता सकते हैं, उसके बारे में भी हम अधिक जानकारी आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
धन्यवाद…।
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माथेरान हिल स्टेशन कौन से राज्य में है|
माथेरान हिल स्टेशन महाराष्ट्र में स्थित है|
भारत का सबसे छोटा हिल स्टेशन कौन सा है?
भारत का सबसे छोटा हिल स्टेशन माथेरान है|
माथेरान का जिला कौन सा है?
माथेरान का जिला रायगढ़ या माथेरान रायगढ़ जिले में स्थित है|
माथेरान के बारे में क्या खास है|
माथेरान एक ऐसा हिल स्टेशन है जहां आप अपने वाहन नहीं ले जा सकते हो|
माथेरान की स्थापना किसने की थी?
माथेरान के स्थापना की नीव रखी तत्कालीन मुंबई के गवर्नर लॉर्ड एलफिंस्टन|
माथेरान का वाहन पंजीकरण कोड क्या है?
माथेरान का वाहन पंजीकरण कोड MH – 46 है|
माथेरान हिल रेलवे का निर्माण किसने किया था?
माथेरान हिल्स रेलवे का निर्माण 1907 में आदंजी पीर्भोय ने किया था|
very nice
Nice information….