गोवा / Goa
तो दोस्तों आज हम जानेंगे एक ऐसे पर्यटन स्थल पर जो की पूरी विख्यात में प्रसिद्ध है। उस स्थल का नाम है गोवा। आज हम इस लेख में गोवा का इतिहास और गोवा में क्या प्रसिद्ध है? वहां कौन से अच्छी जगह है? इत्यादि के बारे में आज हम जानेंगे।
गोवा यह एक क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल 3,702चौ किमी है। यह भारत के पश्चिम तट पर स्थित है। गोवा यह 30 मई 1987 को एक स्वतंत्र राज्य बना। गोवा की राजधानी पणजी है। और यहां का सबसे बड़ा शहर वास्को और मडगांव है, और मडगांव यह शहर एक पुर्तगाली प्रभावित शहर है। पुर्तगालियों ने इ.स 15 वी शताब्दी में व्यापार करने के लिए कदम रखा, और जल्द ही इस क्षेत्र पर विजय प्राप्त कर लिया। और उन्होंने गोवा पर 450 वर्षों तक शासन किया जबकि भारत ने 1961 मैं गोवा को मुक्त नहीं कर दीया।

1) इतिहास – गोवा का इतिहास,Who was the king of Goa?
गोवा राज्य भले ही आकार में छोटा हो लेकिन गोवा का इतिहास प्राचीन और रोचक पूर्ण है। महाभारत में गोवा को ‘गोपराष्ट्र और गोवराष्ट्र’ कहा जाता था।
गोवा यह एक क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे छोटा राज्य है। इतिहास में बताया जाता है कि भगवान परशुराम ने सहयाद्री के शिखर पर खड़े होकर समुद्र की ओर बाण चलाया था। और भगवान परशुराम ने समुद्र को दूर हटने का आदेश दिया। और जो उनके द्वारा चलाया गया तीर जिस स्थान पर गिरा, वहां से समुद्र हट गया। और वहां समुद्र हटने के बाद उस स्थान को कोकण कहलाया।
Who was the king of Goa ?
इ.स पूर्व पहले शताब्दी में गोवा सातवाहन साम्राज्य का हिस्सा बना था। इतिहास के अनुसार कहा जाता है कि गोवा पर चंद्रगुप्त मौर्य ने शासन किया था। तब यह क्षेत्र मगध साम्राज्य की अधीन था। उसके बाद साम्राज्य अशोक सम्राट के हाथ में शासन आया। जब सम्राट अशोक का मृत्यु हुआ तब उसके मौर्य साम्राज्य का पतन हुआ। पतन होने के बाद गोवा पर किसी अन्य वंश का साम्राज्य बना रहा।
उसके बाद अकरावी शताब्दी में कदंब राजा का राज हुआ। फिर उसके बाद इसवी 1312 में मुस्लिम शासकों के अधीन हो गया। इसके बाद इसवी सन 1470 में बहमनी सुल्तानों का राज्य हो गया। फिर उसके बाद गोवा पर आदिल शाह ने कब्जा बना लिया। आदिल शाह के बाद पुर्तगाली ने कब्जा बना किया। इसी तरह से गोवा राज्य का इतिहास परिवर्तन के और गुजरता रहा। गोवा पर पुर्तगालियों ने लगभग 450 वर्षों तक राज किया। जब पुर्तगाली शासन था तब भारत पर अंग्रेजों का कब्जा था। फिर भी गोवा पर पुर्तगालियों का ही कब्जा था।
हमारे यहां की महान व्यक्ति स्वतंत्रता सेनानी के बलिदान और अनवरत प्रयास के बाद 15 अगस्त 1947 भारत को स्वतंत्रता प्राप्ति हुआ। उसके बाद अंग्रेजों ने भारत देश को छोड़ कर चले गए। स्वतंत्रता मिलने के बाद भी गोवा पुर्तगालियों का ही शासन था। पुर्तगाली द्वारा भारत सरकार के बातचीत को ठुकराया जाता था। जब प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू थे तब इसवी सन 1961 में नेहरू जी ने गोवा पर सशस्त्र बलों द्वारा कार्रवाई का आदेश दिया।
उस समय भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ के तहद गोवा पर कार्रवाई शुरू हो गई। कार्रवाई शुरू होने के बाद 36 घंटे तक कार्रवाई शुरू रही। इस कार्रवाई के बाद औरत वाली सेना ने घबराकर बिना किसी शर्त के हार मान लिया। तब भारतीय सेना ने 19 दिसंबर को गोवा को अपने अधिकार में ले लिया। तब से हर साल 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस मनाया जाता है।
इस तरह भारत के आजादी के 16 वर्ष बाद गोवा पुर्तगाली शासन से मुक्त हुआ। इस तरह भारत को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। और इसके बाद 12 अगस्त 1987 में गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान हुआ। इस तरह गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त करने के बाद जी को गोवा की राजधानी बनाया गया।
2) प्रमुख शहरे –
- पणजी (Punjim)
- मडगांव (Margao)
- फोंडा (Ponda)
- वास्को (Vasco da Gama)
- म्हापसा (Mapuca)
- मडगांव
- Old Goa
अन्य स्थान –
- दूधसागर झरना
- नेत्रावली झरना
- मये तलाव
- आगवाद किला
3) समुद्रकिनारे – Beaches in Goa
वैसे तो गोवा में 35 से ज्यादा बीच है उसमें से कुछ बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय है|
लोकप्रिय बीचेस Popular Beach in goa
- कोलवा बीच (Popular Beach in goa)
- कलंगुट बीच
- दोना पावला
- मिरामार
- बागा बीच
4) अभयारण्य
- बोंडला अभयारण्य
- भगवान महावीर अभयारण्य मोले
- खोतीगाव अभयारण्य
4) संस्कृती – What is goa Culture ?
गोवा राज्य में अलौकिक सांस्कृतिक विरासत है। गोवा में गणेशोत्सव, शिमगा, दशहरा, दिवाली और साथ ही साथ क्रिसमस नाताल भी बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है।
5) अंतिम निष्कर्ष –
तो दोस्तों आज हमने गोवा के बारे में और उसका इतिहास पर्यटन स्थल पर और वहां की संस्कृति आदि इसके बारे में जानने की कोशिश की। आप लोग अवश्य एक बार यात्रा करें आपको यह जगह बहुत पसंद आएगी। और आपको कोई अधिक जानकारी चाहिए हो तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।